Ktg news : पोंडी उपरोड़ा बी.आर.सी. गुलाब दास महंत के पदस्थापना आदेश को लेकर विवाद.. समन्वयकों ने दी प्रदर्शन की चेतावनी

कोरबा/पोंडी उपरोड़ा 17 अक्टूबर 2025 : विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा में पदस्थ ब्लॉक संसाधन समन्वयक (BRC) गुलाब दास महंत को मुल पद स्थापना के स्थानांतरण आदेश को लेकर शिक्षा विभाग में असंतोष की स्थिति बन गई है। जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन, नया रायपुर (अटल नगर) द्वारा दिनांक 26 सितंबर 2025 को जारी आदेश क्रमांक एफ 2-26/2025/20-तीन के तहत गुलाब दास महंत को प्रशासनिक आधार पर उनके मूल संस्था शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंधिया, विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा में आगामी आदेश तक पदस्थ किया गया है।
शासन के इस आदेश के बावजूद बताया जा रहा है कि बी.आर.सी. गुलाब दास महंत अभी भी फील्ड निरीक्षण एवं दौरे पर सक्रिय हैं, जिससे क्षेत्र के शैक्षिक समन्वयकों (समन्वयक मंडल) ने नाराजगी जताई है। समन्वयकों का कहना है कि यह शासन के आदेश की स्पष्ट अवहेलना है, और उच्च अधिकारियों को तत्काल इस पर संज्ञान लेना चाहिए।
समन्वयकों ने पत्र जारी कर कहा है कि जब तक शासन के आदेश का पालन करते हुए बी.आर.सी. गुलाब दास महंत को उनके मूल संस्था में कार्यमुक्त नहीं किया जाता, तब तक विकासखंड के समस्त समन्वयक अकादमिक कार्यों में सहयोग नहीं करेंगे। यदि आदेश की अनदेखी जारी रही, तो हमें विरोध प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित कार्यालय की होगी। इस घटनाक्रम से शिक्षा विभाग में तनावपूर्ण माहौल बन गया है। समन्वयकों का आरोप है कि आदेश के बावजूद बी.आर.सी. का फील्ड पर सक्रिय रहना प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है। वहीं, विभागीय सूत्रों के अनुसार, इस मामले की रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा को भेजी जा रही है ताकि शासन के निर्देशानुसार उचित कार्रवाई की जा सके। स्थानीय शिक्षकों का कहना है कि यदि शासन के आदेशों का पालन न किया जाए, तो निचले स्तर पर अनुशासन और प्रशासन दोनों प्रभावित होंगे। अब देखना यह होगा कि शिक्षा विभाग इस मामले में कब तक हस्तक्षेप कर स्थिति को सामान्य बनाता है।
आखिर क्यों विवादों में घिरे BRC गुलाबदास महंत?
कोरबा ज़िले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड में पदस्थ बीआरसीसी गुलाबदास महंत पर गंभीर आरोप लगे थे,
1 सितंबर 2025 को संकुल शैक्षिक समन्वयकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर बताया था कि महंत द्वारा लगातार पैसों की अवैध मांग और धमकियां दी जाती हैं, जिससे वे मानसिक रूप से परेशान हैं और शैक्षणिक कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।bशिकायत पत्र में उल्लेख था कि बीआरसीसी गुलाबदास महंत फोन कर संकुल अनुदान की राशि की मांग करते हैं, और पैसे नहीं देने पर “भौतिक सत्यापन” के नाम पर धमकी दी जाती थी। यह पहला मामला नहीं है सत्र 2022-23 और 2023-24 में भी उनके विरुद्ध उगाही और अनियमितता के आरोप लग चुके हैं।
पूर्व शिकायतों में यह भी कहा गया था कि मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा प्रशिक्षण (सत्र 2022-23) के दौरान प्रशिक्षण हेतु स्वीकृत राशि का गबन किया गया, समन्वयकों व शिक्षकों को निर्धारित राशि नहीं दी गई, जबकि उनके बिल और वाउचर पहले ही जमा थे,bमरम्मत कार्य, शिविर आयोजन और अन्य कार्यक्रमों में भी प्रधान पाठकों व समन्वयकों से पैसों की वसूली की गई। इसके अतिरिक्त, खनिज न्यास से स्वीकृत गैस चूल्हों की राशि फर्म को न देकर व्यक्तिगत रूप से वसूलने का प्रयास और कुछ प्रधान पाठकों पर एक वेंडर को ₹5,000 जमा करने का दबाव बनाने की शिकायत भी की गई थी।
इन सभी शिकायतों पर जिला स्तर पर विशेष जांच टीम गठित की गई थी। जांच रिपोर्ट में आरोपों को सही पाया गया, जिसके बाद शिक्षा विभाग ने महंत को उनके मूल संस्थान, शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंधिया में वापसी का आदेश जारी किया।हालांकि, आदेश जारी होने के बावजूद गुलाबदास महंत ने अब तक बीआरसीसी पद नहीं छोड़ा है। इस रवैए से सभी CAC (संकुल शैक्षिक समन्वयक) नाराज़ हैं और उन्होंने प्रशासन को पुनः आवेदन देकर कहा है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

