Monday, October 27, 2025
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ktg news : फिजिक्स की अधूरी पढ़ाई पर भड़का युवा कांग्रेस.. बच्चों का भविष्य अंधकार में.. शिक्षा व्यवस्था सुधार की मांग — SDM को सौंपा ज्ञापन.

कोरबा/पोड़ी उपरोड़ा 16 अक्टूबर 2025 : स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, पोड़ी उपरोड़ा की शिक्षा व्यवस्था को लेकर अभिभावकों और विद्यार्थियों में भारी असंतोष देखने को मिल रहा है। कक्षा 10वीं के छात्रों ने बताया कि सत्र का आधे से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भौतिक विज्ञान (फिजिक्स) जैसे महत्वपूर्ण विषय की पढ़ाई अब तक पूरी नहीं हो पाई है। इससे छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है, क्योंकि अर्धवार्षिक परीक्षाएं निकट हैं और छात्रों को सिर्फ एक अध्याय ही पढ़ाया गया है। विद्यालय प्रबंधन ने इस स्थिति के लिए शिक्षक की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि शासन और प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान न देने से शिक्षा की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

मामले को गंभीरता से लेते हुए युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष अंकित पाल ने इस मुद्दे पर कड़ी नाराजगी जताई और पोड़ी उपरोड़ा एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने मांग की कि विद्यालय में तुरंत स्थायी फिजिक्स शिक्षक की नियुक्ति की जाए तथा अन्य विषयों के शिक्षकों की भी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। अंकित पाल ने कहा कि “कांग्रेस शासनकाल में स्वामी आत्मानंद विद्यालय बेहतर ढंग से संचालित हो रहे थे, लेकिन भाजपा शासन में इन विद्यालयों की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। पोड़ी उपरोड़ा सेजस में फिजिक्स जैसे अहम विषय की पढ़ाई शुरू तक नहीं हुई है, जबकि परीक्षा सिर पर है।” उन्होंने आगे कहा कि छात्रों की शिक्षा के साथ इस तरह का खिलवाड़ अस्वीकार्य है। शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

कार्रवाई की चेतावनी

युवा कांग्रेस ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति और शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो संगठन विद्यार्थियों के भविष्य की रक्षा के लिए जन आंदोलन करने को बाध्य होगा। युवा कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निगरानी तंत्र मजबूत किया जाए, और देर से आने वाले या गैरहाजिर रहने वाले शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। छात्रों और अभिभावकों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन इस मुद्दे पर जल्द संज्ञान लेकर विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम उठाएगा, ताकि विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रह सके।