ktg news : कटघोरा में बिजली संकट गहराया: कसनिया सब स्टेशन का निर्माण कार्य विलंबित.. जनजीवन प्रभावित.
कटघोरा, 28 अप्रैल 2025 : कटघोरा क्षेत्र में बिजली की भीषण समस्या ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। कसनिया सब स्टेशन के निर्माण में हो रही देरी के कारण क्षेत्र के निवासियों को बिजली के साथ-साथ पानी की भी भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
ओवरलोड ट्रांसफार्मर से बढ़ी परेशानी
वर्तमान समय में कटघोरा सब स्टेशन में तीन ट्रांसफार्मर लगे हैं, जिनमें प्रत्येक की क्षमता 5 एमवीए है। कुल मिलाकर 15 एमवीए की क्षमता के ट्रांसफार्मर यहां कार्यरत हैं। इनमें से एक 5 एमवीए का ट्रांसफार्मर टाउन-1 और टाउन-2 फीडर को आपूर्ति करता है टाउन-1 फीडर अग्रसेन भवन से लेकर चकचका पहाड़ और छिर्रा रोड तक विस्तारित है, वहीं टाउन-2 फीडर से पुरानी बस्ती, कारखाना और कसनिया क्षेत्र को बिजली आपूर्ति होती है। दोनों ही फीडर वर्तमान में अत्यधिक ओवरलोड हो चुके हैं, जिससे बिजली आपूर्ति बार-बार बाधित हो रही है।

लंबी लाइनें और ट्रिपिंग से बढ़ा संकट
ओवरलोड की समस्या को कम करने के लिए बिंझरा के पावर ट्रांसफार्मर से पुरानी बस्ती, कारखाना, कसनिया, कापू बहरा और जुराली क्षेत्र की लाइनें जोड़ी गई हैं। इससे लाइन की लंबाई काफी बढ़ गई है, जिसके कारण लगातार ट्रिपिंग हो रही है। उल्लेखनीय है कि इसी लाइन से वार्ड क्रमांक 15 स्थित पंप हाउस को भी पानी आपूर्ति के लिए बिजली मिलती है। बिजली बाधित होने के कारण पंप हाउस से जल आपूर्ति भी रुक गई है, जिससे नागरिकों को पेयजल संकट का भी सामना करना पड़ रहा है।
गर्मी में और बढ़ेगा संकट
गर्मी बढ़ने के साथ लोड और अधिक बढ़ने की आशंका है। ऐसी स्थिति में छिर्रा क्षेत्र को छुरी फीडर में तथा मोहलाइन भाटा को तानाखार फीडर में जोड़ने की योजना है, जैसा कि पिछले वर्ष गर्मियों में किया गया था। इस व्यवस्था से आमा खोखरा डेम स्थित फिल्टर प्लांट की बिजली आपूर्ति भी बाधित होगी, जिससे पूरे क्षेत्र में पानी संकट और गहरा सकता है।

लाइनमैन जोखिम में, निर्माण एजेंसी पर सवाल
बिजली आपूर्ति को चालू रखने के लिए लाइनमैन अत्यधिक गर्मी में जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। कसनिया में नया सब स्टेशन बनाने का कार्य कार्यपालन अभियंता, प्रोजेक्ट कोरबा के जिम्मे है। भूमि पूजन के समय क्षेत्रीय विधायक श्री प्रेमचंद पटेल के समक्ष कार्यपालन अभियंता ने आश्वासन दिया था कि दिवाली 2024 के पहले सब स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा। हालांकि, कोरबा के उच्चाधिकारियों की लापरवाही और निर्माण एजेंसी की धीमी गति के चलते आज तक कार्य पूरा नहीं हो पाया है। जुलाई 2024 में प्रारंभ हुए सब स्टेशन निर्माण को अभी तक पूर्ण नहीं किया जा सका है, जबकि आमतौर पर एक सब स्टेशन के निर्माण में अधिकतम 9 महीने का समय निर्धारित होता है।
जनता में आक्रोश, जवाबदेही की मांग
स्थानीय नागरिकों में इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि अधिकारियों और निर्माण एजेंसी की उदासीनता के कारण कटघोरा के लोगों को न सिर्फ भीषण बिजली संकट, बल्कि पीने के पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। जनता अब मांग कर रही है कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।

