कोरबा : “जाको राखे साइयाँ, मार सके न कोय” साबित किया बांगों पुलिस के प्रधान आरक्षक ने.. नदी के तेज़ बहाव में फंसे मछुआरे को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाई जान.
कोरबा/बांगों 26 सितम्बर 2024 : बांगो थाना अंतर्गत तान नदी मे एक मछुआरा बाढ़ मे फ़स गया, व्यक्ति का नाम गोकुल पोर्ते है जो कि पोड़ी का निवासी है। दरअसल गोकुल व उसका साथी तान नदी मछली पकड़ने गए हुए थे, उस वक़्त नदी मे बाढ़ जैसी स्थिति नहीं थी, लेकिन सुबह से हो रहे मूसला धार बारिश से अचानक तान नदी का जलस्तर बढ़ा और अचानक बाढ़ आ गया। वही दोनों मछुवारे युवक बीच नदी के बाढ़ मे फ़स गए। एक व्यक्ति तो किसी तरह नदी से बाहर निकल गया लेकिन दूसरा व्यक्ति नदी में फंसा रहा। जब इस घटना की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों कों मिली। जहाँ ग्रामीणों के द्वारा रस्सी फेक कर नदी में फंसे युवक को निकालने कि कोशिश की गई। लेकिन कोशिश नाकाम साबित हुई।

सूचना पर बांगो पुलिस स्टाफ भी मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों के साथ मिलकर लगातार तीन घंटे तक रेस्कयु किया गया। सारे नाकाम कोशिशों के बाद बांगों पुलिस स्टाफ के एक प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश डिक्सेना ने अपनी जान कि बाजी लगाते हुए नदी मे छलांग लगा दी। नदी का बहाव इतना तेज था कि प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश उस व्यक्ति के पास पहुंचने ही वाले थे की वे कुछ दूर झाडीयों मे जा रुके। प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश के द्वारा फंसे हुए मछुआरे के जान बचाने के प्रयास के बाद फंसे हुए युवक पर भी हिम्मत आई और वह भी छलांग लगा दिया। बहते हुए व्यक्ति कों प्र आरक्षक ओमप्रकाश व कुछ युवकों ने पकड़ लिया और उसकी जान बचा ली गई। वही ग्रामीणों ने प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश डिक्सेना की इस कोशिश कि सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि मुंशी डिक्सेना अगर प्रयास नहीं करते तो हिम्मत नहीं आती, बांगो पुलिस स्टाफ व ग्रामीणों कों नदी में फंसे युवक गोकुल ने धन्यवाद दिया।

बांगो थाना मे पदस्थ मुंसी का तालियों के साथ ग्रामीणों ने दिया धन्यवाद
अपनी जान कि बाजी लगाकर रेस्कयु करने वाले बांगों थाना के पदस्थ प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश डिक्सेना का ग्रामीणों ने ताली बजा कर धन्यवाद दिया वही गोकुल के परिजनों ने कहा कि अगर मुंसी ओमप्रकाश नदी मे छलांग नहीं लगाते तो व्यक्ति कों भी हिम्मत नहीं मिलती। हम सभी बांगो पुलिस व ग्रामीणों को धन्यवाद देना चाहते हैं जिसकी वजह से गोकुल कि जान बच पाई। मौके पर थाना प्रभारी उषा सोंधिया, प्रधान आरक्षक अशोक खरे, प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश डिक्सेना, अनिल पोर्ते, मानस मनी पैकरा तथा अन्य पुलिस स्टाफ रहे।

