धूमधाम से मनायी गई श्री राधा अष्टमी.. भजन संध्या पर जमकर झूमे श्रद्धालु.

कटघोरा 12 सितम्बर 2024 : कटघोरा में बुधवार को राधा अष्टमी धूमधाम से मनाया गया। शहर के वार्ड नं 9 स्थित मा गायत्री दुर्गोत्सव समिति के तत्वावधान में विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी गायत्री धर्मशाला दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में राधा अष्टमी का पर्व को बड़े ही धूमधाम के सांथ मनाया गया मंदिर की आकर्षक सजावट की गई है। राधा रानी का पंचामृत अभिषेक कर नवीन पीत पोशाक धारण कराकर विशेष आभूषण धारण कराए गए। साथ ही भोग भी चढ़ाया गया। राधा अष्टमी के अवसर पर अरुण बेला में राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया गया। विभिन्न योग संयोगों के बीच राधा अष्टमी पर मंदिरों में पंचामृत अभिषेक के साथ ही विशेष पालना झांकियां सजाई गई और भक्तों ने राधा रानी के चरणों के दर्शन किए।
बुधवार को श्री राधा अष्टमी कटघोरा नगर के गायत्री धर्मशाला स्तिथ हनुमान मंदिर में बड़े हि धुमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर गायत्री मंदिर में आयोजित कार्यक्रमों में कोरबा से आये विजय बहादुर के द्वारा एक स्व बढ़कर एक धार्मिक गीतो के सांथ कृष्ण राधा की रासलीला की भी प्रस्तुति दी गई जिसमें सभी महिलाएं श्रद्धा की डोर में बंधकर झूमती रहीं ढोलक की थाप पर गाये जा रहे भक्ति गीतों पर महिलाओं एवं बच्चों ने ऐसा नृत्य किया कि बरसाने जैसा माहौल हो गया गायत्री मंदिर प्रांगण में इस महोत्सव का आयोजन संध्या 7 बजे पूजन व भंडारे को प्रारम्भ किया गया जो कि रात्रि 11 बजे तक चलता रहा
कार्यक्रम में राजपुरोहित राजा महराज ने कहा कि राधा रानी भगवान की तीन शक्तियों में अंतरंगा, बहिरंगा व तटस्थ अंतरंग शक्ति है. राधा रानी और कृष्ण में कोई अंतर नहीं है। बिना राधा रानी की कृपा से कृष्ण भक्ति प्राप्त नहीं हो सकती। गोलोक धाम वृंदावन की मालकिन हैं। राधा रानी स्वयं भगवान की आह्लादिनी शक्ति हैं, जो नित्य प्रेम स्वरूप भगवान की सेवा में रत रहती हैं। ब्रज की मालिकन होने के कारण इन्हें ब्रजेश्वरी भी कहते हैं। बिना राधा रानी की अनुमति के ब्रज क्षेत्र में प्रवेश करना असंभव सा होता है।
इस अवसर पर … समिति के सभी सदस्य महिलाएं एव नगरवासी उपस्थित रहे
