ktg news : कटघोरा जिला बनाओ की मांग फिर हुई तेज.. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को अधिवक्ता संघ ने सौंपा ज्ञापन.. उम्मीद जगी जिले के दर्जे की.
कटघोरा 10 अक्टूबर 2025 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कटघोरा आगमन के दौरान “कटघोरा जिला बनाओ” की पुरानी मांग एक बार फिर से तेज हो गई है। मुख्यमंत्री के स्वागत अवसर पर कटघोरा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेश पाल एवं अन्य पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कटघोरा को जिला घोषित करने की मांग की।
अधिवक्ता संघ ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यह मांग कोई नई नहीं है — पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में भी सर्व समाज, पत्रकार संघ, व्यापारी संगठन और सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर इस मांग को कई बार उठाया था, लेकिन उस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि कटघोरा कोरबा जिले की सबसे पुरानी तहसील होने के बावजूद इसे आज तक जिला का दर्जा नहीं मिल पाया है, जबकि कटघोरा के बाद बनी कई तहसीलों को जिला का दर्जा दे दिया गया। इससे स्थानीय नागरिकों में उपेक्षा की भावना गहरी होती जा रही थी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अधिवक्ता संघ की बातों को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में जिले के विस्तार की प्रक्रिया पर गंभीरता से विचार कर रही है और सभी मांगों का सम्यक मूल्यांकन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के इस सकारात्मक रुख से कटघोरा वासियों में उम्मीद की नई किरण जगी है।
गौरतलब है कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कटघोरा अधिवक्ता संघ ने “कटघोरा जिला बनाओ” अभियान के तहत लगभग 250 दिनों से अधिक का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया था। इस आंदोलन में पत्रकार संघ, सर्व समाज, व्यापारी संघ और सभी दलों के जनप्रतिनिधियों ने भी खुलकर समर्थन दिया था। इस दौरान अधिवक्ता संघ व पत्रकार संघ के सदस्य कई बार रायपुर जाकर मुख्यमंत्री निवास और विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर चुके थे। वहीं, तत्कालीन व विपक्ष के युवा नेताओं ने भी पदयात्रा कर रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और कटघोरा को जिला बनाने की मांग रखी थी।
लेकिन उस समय के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस विषय पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, जिससे क्षेत्र में निराशा व्याप्त थी। अब, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के आगमन और उनके सकारात्मक संकेतों से लोगों में यह विश्वास बढ़ा है कि कटघोरा को जिला का दर्जा मिलने की संभावना पहले से अधिक प्रबल हो गई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यदि वर्तमान सरकार कटघोरा को जिला घोषित करती है, तो यह न केवल प्रशासनिक सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास के नए रास्ते भी खोलेगा।
कटघोरा की जनता अब एक ही उम्मीद के साथ कह रही है “कटघोरा जिला बनाओ, विकास बढ़ाओ!”

