कोरबा : कुसमुंडा खदान में डीजल चोरों का आतंक: फरार नवीन गिरोह फिर हुआ सक्रिय, SECL को हो रहा लाखों का नुकसान-VIDEO
कोरबा, 10 अगस्त 2025 – जिले में एसईसीएल की कुसमुंडा खदान एक बार फिर डीजल चोरों के निशाने पर है। कोयला और डीजल की चोरी का यह गोरखधंधा महीनों से बेखौफ जारी है। हाल ही में सामने आए एक वीडियो ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है, जिसमें खदान के भीतर डीजल चोरी की वारदात साफ नजर आती है।
कोयला चोरी के मामले दबे, डीजल चोरी बेखौफ
जानकारी के मुताबिक, कोयला चोरी के केवल 2-3 मामले ही पकड़े गए हैं, जिनमें एफआईआर दर्ज कराई गई, लेकिन चोरी का सिलसिला थमा नहीं। शिकायतें लगातार मिल रही हैं, परंतु कार्रवाई के नाम पर स्थिति लगभग जस की तस है।
डीजल चोरी के मामले में खास बात यह है कि आम सड़कों पर नहीं, बल्कि खदान क्षेत्र और भारी मशीनों के कार्यस्थलों के भीतर यह चोरी होती है। गिरोह के दबाव और आतंक के आगे एसईसीएल के अधिकारी, सुरक्षा अमला, केंद्रीय सुरक्षा बल और त्रिपुरा राइफल्स भी बेबस दिखाई देते हैं।
गिरोह के सक्रिय ठिकाने
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, इस चोरी के पीछे कुख्यात नवीन कश्यप (₹5000 का ईनामी डीजल चोर) और बलगी निवासी परमेश्वर का गिरोह सक्रिय है। यह गैंग चार प्रमुख इलाकों से चोरी को अंजाम देता है—
बरमपुर कन्वेयर बेल्ट के अंदर का क्षेत्र
खमरिया पुराने पेट्रोल पंप के पीछे
गेवरा रोड रेलवे स्टेशन के पास
खोडरी की ओर का इलाका
सूत्र बताते हैं कि रात के समय बिना नंबर प्लेट की बोलेरो और कैम्पर वाहनों का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा खदान के अंदर डम्परों से भी डीजल चोरी की जाती है, जिसे वहीं खपाया जाता है।
कभी-कभार की कार्रवाई, फिर बढ़ता पैमाना
कभी-कभी की जाने वाली छापेमारी या कार्रवाई से चोरी अस्थायी रूप से कम हो जाती है, लेकिन कुछ ही दिनों बाद गिरोह फिर से पूरी ताकत से सक्रिय हो जाता है। अनुमान है कि एसईसीएल को इन चोरियों से हर महीने लाखों से लेकर करोड़ों रुपये तक का नुकसान हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते प्रभावी और सतत कार्रवाई नहीं की गई, तो यह गिरोह और भी संगठित होकर खदान सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बन जाएगा।

