Tuesday, October 28, 2025
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ktg news : हिंदू नववर्ष को लेकर दुल्हन जैसा सजाया जा रहा कटघोरा शहर.. अनेक कार्यक्रमों के साथ राष्ट्रीय कवियों का सम्मेलन होगा खास आकर्षण का केंद्र.

कोरबा/कटघोरा 28 मार्च 2025 :  कोरबा जिला के उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा शहर में हिंदू नव वर्ष के भव्य स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। शहर रंगीन रोशनियों व भगवा पताका से सजकर तैयार है रात में शहर की छटा देखते ही बन रही है। आपको बता दें, देशभर में हिंदू नव वर्ष का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इसी क्रम में कटघोरा का नववर्ष स्वागत समिति भी इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है। शहर के मुख्य शहीद वीर नारायण चौराहे को पूरे भगवा रूप दिया गया है साथ ही चौराहे से लेकर बिलासपुर मार्ग के अग्रसेन भवन तक रंगीन रोशनी व भगवा ध्वज से सजाया गया है। इस नववर्ष स्वागत के दिन महागौरी मन्दिर कारखाना एरिया से रैलियां आयोजित की जाएंगी जो कटघोरा के मुख्य चौराहे पर भव्य रूप से समापन होगा। इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल निकलने वाली हिंदू नव वर्ष शोभा यात्रा कटघोरा के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ने के लिए तैयार है।

नववर्ष को लेकर होगा आकर्षक आयोजन

आपको बता दें कटघोरा में हिंदू नव वर्ष को धूमधाम से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं. शहर में नववर्ष स्वागत समिति कटघोरा द्वारा 29 मार्च को राधासागर तालाब में मातारानी की महापूजा, 21000 दीपों का दीपोत्सव, गंगा महाआरती एवं विशाल भंडारे का आयोजन के साथ अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है वही 30 मार्च को विशाल बाइक रैली, शहीद वीर नारायण चौक पर माता रानी का भव्य स्वागत एवं महाआरती के भव्य आतिशबाजी के साथ नववर्ष का स्वागत किया जाएगा। कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।

पुलिस प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम

वहीं इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टाला जा सके। पुलिस प्रशासन और स्वयंसेवी संगठन मिलकर कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सफल बनाने में जुटे हुए हैं। कटघोरा शहर के नागरिकों में भी इस उत्सव को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग अपने घरों और दुकानों को सजा रहे हैं और एक दूसरे को नव वर्ष की शुभकामनाएं दे रहे हैं। यह नववर्ष आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह शहर की एकता और सद्भाव का भी प्रतीक है। इस आयोजन से कटघोरा शहर ही नही अपितु आसपास के क्षेत्र के लोगों को एक साथ आने और अपनी संस्कृति और परंपराओं को मनाने का अवसर मिलता है।