Monday, October 27, 2025
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परिक्षेत्र मोहला के जंगलों में हो रही सागौन की अवैध कटाई, रेंजर जागेश गोंड़ की मिलीभगत से हो रही यह कटाई…

मोहला के जंगलों में हो रही सागौन की अवैध कटाई, वन विभाग की मिलीभगत से हो रही यह कटाई…

Raipur: वन विकास निगम पानाबरस के मोहला रेन्जर जागेश गोंड़ जो कि नव गठित जिला मोहला मानपुर के परिक्षेत्र अधिकारी है विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मोहला परिक्षेत्र के R F 514 में लगभग 1 हजार वयस्क सागौन एवं मिश्रित प्रजाति के पेड़ों को girlding(गिरडलिंग)पद्वति से पेड़ो की छाल उतारकर उन्हें नष्ट कर दिया गया जिसमें इन परिक्षेत्र अधिकारी व इनके मातहतों को इसकी भनक नही लगी ?

भ्रष्ट रेंजर जागेश गोंड़

या फिर जानबूझकर ये अनजान बने रहे क्योंकि उक्त वन भूमि को इन्ही के विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर अतिक्रमणकारियों को 40-70 हजार रु लेकर उन्हें पट्टा वितरित कर दिया जागेश गोड़ के इस कारनामे की भनक तक उच्चाधिकारियों को नही हुई या फिर पैसों के लालच की वजह से सभी जानबूझकर अनजान बन रहे है यह एक जांच का विषय है चूंकि मोहला मानपुर नव गठित जिला है और वनांचल में स्थित है ।

जिससे वहां पर वन भूमि की अपेक्षा राजस्व भूमि कम होने के कारण जागेश गोंड़ जैसे भ्रष्ट अधिकारियों को ये एक सुनहरा अवसर मिल गया है वनभूमि की हरियाली को नष्ट कर और वनभूमि के पट्टे बेचकर करोड़ो रु अर्जित करने का इसमें इनके क्षेत्रीय महाप्रबंधक प्रभात मिश्रा जैसे भ्रष्ट अधिकारियों का भी विशेष योगदान है इनके इसी प्रकार के कृत्यों के कारण इनकी वन विभाग में छवि धूमिल हो चुकी है जिस वजह से इन्हें वनविभाग में वापस नही लिया जा रहा है क्योंकि पट्टे बेचने से प्राप्त पैसों पर इनका एक बड़ा हिस्सा होता है

मोहला के भ्रष्ट रेन्जर जागेश गोंड़ के द्वारा ही मोहला रेंज के मटेवा सर्किल के ग्राम मटेवा में भी इसी तरह का कारनामा किया गया है जहाँ पर कक्ष में 75% पेड़ो की अंधाधुंध कटाई करवा कर हजारो की तादाद में वयस्क पेड़ो कटवाकर शासन को लगभग 5 करोड़ की राजस्व हानि पहुचाई गई है यहां पर भी इनलोगो के द्वारा अतिक्रमणकारियों को वनभूमि का पट्टे बेचकर लाखो की कमाई की जा चुकी है इसमें जांच का विषय यह है कि वनविकास निगम के प्रबन्ध संचालक पी.सी. पांडे जो कि स्वयं ही इन क्षेत्रों का दौरा कर चुके है क्या उन्हें भी इस प्रकार की गड़बड़ियों की जानकारी नही हुई कि उनके अधीनस्थ अधिकारी और फील्ड के रेन्जर के द्वारा इस प्रकार के कारनामो को अंजाम दिया जा रहा है

जागेश गोंड़ विभाग का ऎसा इकलौता रेन्जर है जिसने अभी तक किसी भी प्रकार की परिक्षेत्र अधिकारी की ट्रेनिंग नही ली है विगत तीन वर्षों से वह अपने ट्रेंनिग को टालते आ रहा है और यह तभी सम्भव हो सकता है जब उसे विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों का सहयोग होगा बहरहाल यह तो तय है कि जबतक इस तरह के भ्रष्टाचारी अधिकारी विभाग में रहेंगे तबतक छतीसगढ़ के वनों को बंजर भूमि में तब्दील होने में ज़्यादा वक्त नही लगेगा ।

वन विकास निगम के प्रबंध संचालक को सेवानिवृत्त होने में अभी 6 दिन का समय शेष है उनसे अपेक्षा है कि सेवानिवृत्त होने के पहले इस भ्रष्ट अधिकारी के विरुद्ध निष्पक्ष विभागीय जांच की जाये।