Monday, October 27, 2025
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ktg news : सर्पदंश पीड़िता को समय पर इलाज न मिलने से कटघोरा CHC में बवाल.. आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा.. CHC पर लगाए गंभीर आरोप.

कटघोरा/कोरबा, 1 सितंबर 2025: कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में बीती रात उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब सर्पदंश की शिकार एक महिला को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, लेकिन मौके पर एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। गंभीर हालत में तड़पती महिला को करीब एक घंटे तक डॉक्टर का इंतज़ार करना पड़ा। इस दौरान परिजन और मोहल्ले के लोग अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करने लगे।

रविवार शाम लगभग 8 बजे मोहलाइन भाटा निवासी महिला को जहरीले सांप ने काट लिया था। परिजन उसे तुरंत कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। लेकिन अस्पताल में उस वक्त कोई जिम्मेदार डॉक्टर मौजूद नहीं था। नर्स स्टाफ ने डॉक्टर का इंतजार करने की बात कही, जिसके चलते पीड़िता बिना उपचार तड़पती रही। करीब एक घंटे बीत जाने के बाद भी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे, जिससे आक्रोशित परिजन और वार्डवासी अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे। सूचना मिलते ही कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित परिजनों को समझाइश देकर शांत कराया। तत्पश्चात गंभीर रूप से बीमार महिला को एम्बुलेंस से कोरबा जिला अस्पताल रेफर किया गया।

CHMO गणेश उत्सव में व्यस्त, विधायक के दखल पर पहुंचे अस्पताल.

स्थानीय लोगों के मुताबिक, घटना की सूचना तत्काल जिला चिकित्सा अधिकारी (CHMO) एस.एन. केशरी और बीएमओ रश्मि सिंह को दी गई थी। उस वक्त CHMO कटघोरा में अपने परिवार के साथ गणेश उत्सव में शामिल थे। आरोप है कि जानकारी होने के बावजूद उन्होंने घटना पर कोई तत्परता नहीं दिखाई। इसके बाद जब मामले की जानकारी कटघोरा विधायक को दी गई, तो उन्होंने CHMO को तुरंत अस्पताल पहुंचने के निर्देश दिए। मरीज के जिला अस्पताल रेफर होने के लगभग एक घंटे बाद, रात 10:30 बजे CHMO कटघोरा CHC पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया।

अस्पताल में अक्सर होती है डॉक्टरों की लापरवाही

स्थानीय लोगों ने CHMO को शिकायत करते हुए बताया कि 50 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही कोई नई बात नहीं है। सुबह डॉक्टर 9 बजे की निर्धारित ड्यूटी पर समय पर उपस्थित नहीं होते। ज्यादातर डॉक्टर 11 बजे के बाद अस्पताल पहुंचते हैं। शाम के समय अक्सर अस्पताल से डॉक्टर नदारद रहते हैं। CHMO ने मीडिया से बातचीत में सफाई दी कि “शायद 8 बजे शिफ्ट बदलने की वजह से डॉक्टर नहीं रहा होगा। लेकिन बिना दूसरे डॉक्टर के आने तक ड्यूटी छोड़ना गलत है। डॉक्टरी जिम्मेदारी वाली नौकरी है।” पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण समय पर इलाज नहीं मिला और यदि महिला के साथ कोई अनहोनी होती, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि डॉक्टरों की लापरवाही जारी रही तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।